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किसान पंचायत में बोले हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष का साथ होना जरूरी नहीं

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PBK NEWS |सिरसा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि वे किसानों की आवाज बुलंद करने के लिए घर से निकले हैं। इसके लिए जगह-जगह किसान पंचायत की जा रही है। इस पंचायत के लिए किसी को लिखित में निमंत्रण नहीं दे रहे हैं बल्कि जो किसान हितैषी है, वो पंचायत में आ रहे हैं। पंचायत में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष साथ हो, यह कोई जरूरी नहीं है। हुड्डा ने यह बात कांग्रेसी नेता होशियारी लाल शर्मा के प्रतिष्ठान पर आयेजित एक प्रेस वार्ता में में कही।

दैनिक जागरण में छपी फोटो देखकर हुआ दर्द

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अनाज मंडी में आयोजित किसान पंचायत में कहा कि उन्होंने दैनिक जागरण में एक फोटो छपी देखी। इसमें किसान भैंसे के साथ हल जोत रहा है और पीछे उसकी पत्नी हल को धक्का लगा रही है। इस तस्वीर का दर्दनाक पहलू यह है कि किसान के पास दूसरा भैंसा खरीदने के पैसे नहीं है और भैंसे की जगह किसान को खुद हल उठाना पड़ रहा है। हुड्डा ने कहा कि तस्वीर बयां कर रही है कि आज किसान की क्या हालत हो गई है।

मेरी सरकार ने दस साल में किसान की फसल सूखने नहीं दी

हुड्डा ने कहा कि उनकी सरकार ने दस साल में किसानों की फसल सूखने नहीं दी। बिजली के बिलों को माफ किया तो किसानों को हथकड़ी लगाने का काला कानून समाप्त किया। मगर आज हर तरफ से किसान परेशान है। पहली बार देश में कोई बीमा योजना ऐसी बनी है, जिसका कोई एग्रीमेंट नहीं है। किसानों से एकतरफा पैसा वसूला जा रहा है।

जीएसटी के मौलिक विरोधी नहीं, मगर प्रारूप बदला जाए

हुड्डा ने कहा कि वह मौलिक रूप से जीएसटी के विरोधी नहीं है। मगर इसका प्रारूप सही नहीं है। उन्होंने कहा कि 28 फीसद तक जीएसटी में टैक्स तो विश्व के किसी भी देश में नहीं है।

मुख्य विपक्षी दल तो सहयोगी बना है

पूर्व सीएम ने कहा कि जनता के हितों पर सरकार की सिंचाई करने की बजाय विपक्ष दल इनेलो फिलहाल सत्ता पक्ष का सहयोग कर रहा है। इसीलिए सिरसा के लोगों के साथ तो डबल धोखा हुआ है। भाजपा व इनेलो दोनों ही दलों ने इस जिले के हितों से खिलवाड़ किया है।

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