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सर्दियों में अस्थमा व अन्य बिमारियों के बचाओं में मरीज करें खानपान में बदलाव : चिकित्सक

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गुरुग्राम (अजय) : जनवरी के अंत में भी सर्दियों का मौषम अपने चरम पर है तो वही कपकपा देने वाली शीतलहर से गुरुग्राम के लोगों को काफी परेशानी हो रही है पिछले 5-6 दिनो से चल रही शीतलहर लोगों को अपने घरों में कद होने के लिए मजबूर कर रही है चिकित्सक डॉ. मोहित लाठर, डॉ. रामबीर गोस्वामी, डॉ. टी.श्रृंगारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मौसम में ख़ास तौर से बुजुर्गों, बच्चों तथा फुटपाथ पर रखने वाले लोगों के लिए इस मौसम में स्वस्थ रहना काफी चुनोती भरा हो रहा है इस दौरान अस्थमा तथा मौषम से होनी वाली बीमारियाँ खासतौर से निकल कर सामने आ रही है

चिकित्सकों का कहना है कि सर्दी का मौसम जहां स्वस्थ लोगों के लिए सौगात बनकर आता है तो वहीं अस्थमा के रोगियों के लिए परेशानी का सबब भी रहता है। अस्थमा रोगियों के लिए खासकर चढ़ती और उतरती सर्दी ज्यादा घातक होती है, क्योंकि इस दौरान मौसम में तेजी से बदलाव होता है। इससे उनमें सांस चलने की समस्या काफी बढ़ जाती है। बदलते मौसम में अस्थमा रोगियों को कुछ ज्यादा सतर्कता रखनी होगी। घर के बाहर निकलने पर इन्हें अपने मुंह और नाक को मास्क या कपड़े से कवर करके रखना होगा। इसके अलावा खानपान में कुछ चीजों को शामिल करने से भी अस्थमा के मरीजों को थोड़ी सहूलियत हो सकती है।

चिकित्सकों ने घरेलू नुस्के बताते हुए अहम सुझाव दिए है:

 

हल्दी और शहद

डॉ. मोहित लाठर कहते है कि हल्दी और शहद दोनों में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी एलर्जिक प्रॉपर्टीज होती हैं जो कफ से राहत दिलाती है। अगर हल्दी व शहद को मिलाकर लिया जाए तो इसका असर दोगुना हो जाता है। अस्थमा के रोगियों के लिए तो यह प्रभावी फॉर्मूला है। रोजाना दो बार चुटकी भर हल्दी में शहद मिलाकर उसे चाटने से अस्थमा रोगियों को श्वास चलने की समस्या में राहत मिलती है। सर्दी-जुकाम से परेशान सामान्य व्यक्ति भी इसका इस्तेमाल कर सकता है

डॉ. मोहित लाठर, सेफ हेंड्स अस्पताल बादशाहपुर

 

अंजीर का सेवन

डॉ. रामबीर गोस्वामी कहते है कि रोजाना रात को सोने से पहले साफ पानी में दो-तीन सूखे अंजीर भिगो दीजिए। अंजीर भिगोने से पहले उन्हें भी अच्छे से धो लीजिए। सुबह उठकर खाली पेट ही उन्हें अच्छी तरह से चबा-चबाकर खा लीजिए। अंजीर खाने के बाद उस पानी को पी लीजिए जिसमें आपने रात भर अंजीर भिगोए थे। अंजीर श्वास नली में जमा कफ को साफ कर देता है जिससे अस्थमा के मरीज को श्वास लेने में कम दिक्कत होती है

डॉ. रामबीर गोस्वामी, संजीवनी अस्पताल बादशाहपुर

अदरक-लहसुन की चाय

डॉ. श्रृंगारी कहते है कि अस्थमा के दौरान श्वास लेने में आने वाली दिक्कतों को दूर करने में अदरक और लहसुन की चाय भी काफी मददगार होती है। इसे बनाना भी बहुत आसान है। पहले अदरक की सामान्य चाय बना लीजिए। अब लहसुन की दो-दिन कलियों को पीसकर उसे उस चाय में मिक्स कर लीजिए। अब इसे दोबारा से गरम करने की जरूरत नहीं है। यह चाय पीने में बेस्वाद लग सकती है, लेकिन काफी असरदार होती है

डॉ. टी.श्रृंगारी, पोलरिस अस्पताल टीकरी सोहना रोड

 

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