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छह महिला पुलिसकर्मी कर रही थी एएसआइ को तंग, फंदा लगाकर दी जान

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PBK NEWS |घरौंडा (करनाल)। मधुबन कॉम्पलेक्स में सीएसओ बटालियन में हेड क्लर्क के पद पर तैनात एएसआइ ने क्वार्टर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। एसएसआइ के जेब से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है, जिसमें बटालियन की छह महिला पुलिसकर्मियों पर झूठे आरोप में फंसाने व मानसिक रूप से प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने छह महिला पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज जांच शुरू कर दी है। मृतक एएसआइ की नियुक्ति खेल कोटे से  हुई थी।

एएसआइ राजिंद्र सिंह मधुबन कॉम्प्लेक्स में फस्र्ट बटालियन 5/183 में सीएसओ हेड क्लर्क के पद पर तैनात था। बुधवार सुबह राजिंद्र सिंह की पत्नी अपने बच्चों को स्कूल छोडऩे के बाद बाजार चल गई थी। जब वह घर लौटी तो उसने देखा कि उसका पति राजिंद्र क्वार्टर के पिछले बरामदे में छत के कुंडे में एल्यूमिनियम की तार के फंदे पर लटका हुआ है। यह देखकर उसने शोर मचाया तो आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए।

मामले की सूचना मधुबन पुलिस को दी। मधुबन थाना प्रभारी बलबीर सिंह व एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच गई। राङ्क्षजद्र को नीचे उतारा। पुलिस ने जब शव की तलाशी ली तो उसकी जेब से सुसाइड नोट मिला, जिसमें लिखा हुआ था कि मेरी मौत की जिम्मेदार पीएसआई मीना, एचसी रचना, मोनिका, रचना, सीटी ज्योति व अनिता एएमबी हैं। इन्होंने मुझे झूठा फंसाया है। माई वाइफ मीन, भाई साहब राजेश, अनिल मुझे माफ करना।

पत्नी मीना ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका पति राजिंद्र अंबाला में एएसआइ के पद पर तैनात था। करीब एक वर्ष पहले ही उसका पति हेड क्लर्क सीएसओ मधुबन में तैनात हुआ था। इस दौरान छुट्टियों के मामले में सीएसओ में तैनात पीएसआई मीना, एचसी रचना, मोनिका, रचना, सीटी ज्योति व अनिता ने मिलकर उसके पति राजिंद्र पर झूठे आरोप लगाए थे, लेकिन जांच में उसका पति निर्दोष पाया गया था। मगर उक्त पुलिसकर्मी महिलाओं के कारण मानसिक रूप से परेशान चल रहा था।

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