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112 हेल्पलाइन से 28 हजार 250 लोगों को उपलब्ध करवाई गयी त्वरित सहायता

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गुरुग्राम, 16 नवंबर : प्रदेश के लोगों को 24 घण्टे सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई 112 हेल्पलाइन सेवा आम नागरिक व पुलिस विभाग के बीच महत्वपूर्ण कड़ी का काम कर रही है। हेल्पलाइन सेवा के तहत गुरुग्राम में बनाये गए मिरर कंट्रोल रूम के माध्यम से गुरुग्राम जिला में 12 जुलाई से अभी तक 28 हजार 250 जिलावासियों को त्वरित सहायता उपलब्ध करवाई गई है। जिला उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने बताया कि त्वरित सहायता के उद्देश्य से शुरू की गई यह हेल्प लाइन जिला में काफी कारगर साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि 12 जुलाई को शुरू की गई यह सेवा आमजन व पुलिस विभाग के बीच विश्वास के एक नए आयाम को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने बताया कि अपने शुरुआती महीने में ही यानी 12 जुलाई से 31 जुलाई के बीच 03 हजार 907 गुरुग्राम जिलावासियों को इसके माध्यम से त्वरित सहायता उपलब्ध करवाई गई थी। वहीं अगस्त माह में 06 हजार 645, सितंबर में 07 हजार 609, अक्तूबर में 07 हजार 12 व नवंबर माह में अभी तक 03 हजार 77 नागरिकों को सहायता उपलब्ध करवाई गई है।
गुरुग्राम कंट्रोल रूम के इंचार्ज एवं डीएसपी टेलीकॉम रणबीर देशवाल ने बताया अब आपातकालीन सेवाओं के लिए अलग अलग नम्बर डायल करने की बजाय तीनों आपात सेवाएं पुलिस, अग्निशमन व एम्बुलेंस के लिए अपने फ़ोन से 112 डायल कर इसका लाभ ले सकते है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने पुलिस की आपात सेवा डायल 100, अग्निशमन के लिए 102 व एम्बुलेंस के लिए डायल 108 सेवा को मर्ज कर डायल 112 से जोड़ दिया है। प्रदेश के नागरिकों को 112 पर संवाद के समय किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए हिंदी, हरियाणवी, अंग्रेजी व पंजाबी भाषा के विकल्प रखे गए है।

रिस्पांस टाइम 15 मिनट से भी कम
श्री रणबीर देशवाल ने बताया कि शुरुवाती कुछ दिनों में ईआरवी का लोकेशन तक पहुँचने का जो समय निर्धारित था वह अपेक्षा से कुछ अधिक रहा। उन्होंने कहा कि ईआरवी के रिस्पांस टाइम को निर्धारित समयावधि में लाने के लिए प्रतिदिन आ रही कॉल व उनको दी जा रही सेवाओं की मॉनिटरिंग की जा रही है।
श्री देशवाल ने कहा उपरोक्त पूरी प्रक्रिया के बाद अब करीब 90 प्रतिशत कॉल लोकेशन पर 15 मिनट से भी कम समय में 112 की सेवाएं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि
बाकी 10 प्रतिशत ईआरवी की सेवाओं को भी निर्धारित समयावधि में लाने के लिए गंभीरता से प्रयास किए जा रहे है।

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