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अस्पतालों में डॉक्टर की संख्या हो और मंत्री दखल दे तो परेशानी नही होती : वशिष्ठ गोयल

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गुड़गांव, 10 फरवरी (अजय) : नव जन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ठ कुमार गोयल ने आज बोलते हुए कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर नेता सरकार चुनने से पहले तो बड़े-बड़े दावे और वायदे करते हैं, लेकिन अब यह दावे और वायदे खोखले शाबित हो रहे है। अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या तथा डॉक्टर के कार्यशैली पर क्षेत्र के विधायक एवं मंत्री नजर रखें तो स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किया जा सकता है। इसके लिए नियमित रूप से अपने अपने क्षेत्र के अस्पताल डिस्पेंसरी तथा अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर यदि विधायक और मंत्री संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ लोगों से स्वास्थ्य सेवाओं पर सुझाव और समस्याओं के बारे में बात करें तो इन समस्याओं को समय पर निपटाया जा सकता है। ज्यादातर मामलों में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर डॉक्टरों की लेटलतीफी तथा अस्पताल में देरी से पहुंचने वाली दवाओं के मामले सामने आते हैं। जिस पर यदि बारीकी से नजर रखी जाए तो इन समस्याओं को आसानी से दूर किया जा सकता है। डॉक्टरों की लगातार संख्या तो कम हो रही है, लेकिन अस्पतालों में मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। जिस पर किसी भी प्रकार का सरकार का नियंत्रण लगता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में मौसम के परिवर्तन से भी बच्चों तथा बुजुर्गों में बीमारियों का बड़ा कारण बढ़ रहा है। मरीजों की बढ़ती संख्या के बाद भी अतिरिक्त डॉक्टरों की नियुक्ति अस्पतालों में नहीं की जाती। जिसकी वजह से आम जनता को परेशान होना पड़ता है। ऐसे में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए जिला प्रशासन तथा सरकार में बैठे मंत्री और विधायकों को निर्णय लेकर इन स्वास्थ्य सेवाओं पर नजर रखते हुए कार्रवाई करने की जरूरत है।

 

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