[post-views]

अनुराग सिंह ठाकुर ने निशानेबाजी, नौकायन, वुशु, टेनिस के एशियाई खेलों के पदक विजेताओं को सम्मानित किया और नकद पुरस्कार किए प्रदान

101

नई दिल्ली, 3अक्टूबर। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में एशियाई खेल 2022 के निशानेबाजी, नौकायन, वुशु और टेनिस दल के लौटने वाले एथलीटों को सम्मानित किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अनुराग सिंह ठाकुर ने एशियाई खेलों में उनके असाधारण प्रदर्शन पर एथलीटों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की उपलब्धियों ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने एथलीटों को यह भरोसा भी दिलाया कि सरकार उन्हें उनके चुने हुए खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक सभी सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देता हूं और मुझे विश्वास है कि जब खेलों ( एशियाई खेलों ) का फाइनल होगा तो भारत के खिलाड़ी और अधिक संख्या में पदक लेकर वहां उपस्थित होंगे। शीघ्र ही पेरिस ओलंपिक्स का भी आयोजन होगा और सभी की दृष्टि उस पर होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा खिलाड़ियों को सभी प्रकार के खेलों में अपना 100 प्रतिशत देने के लिए प्रोत्साहित किया है। ‘‘

उन्होंने एथलीटों की सहायता करने में फेडेरेशनों और टीओपीएस तथा खेलो भारत जैसी सरकार की स्कीमों के महत्व के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘‘ फेडेरेशनों को इसमें बड़ी भूमिका निभानी है। टीओपीएस की शुरुआत 2014 में एथलीटों को सुविधा प्रदान करने और उनका ध्यान खेल पर केंद्रित रहे, यह सुनिश्चित करने के विजन के साथ की गई थी। खेलो भारत स्कीम ने भी इसी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई है। मैं निशानेबाजी फेडेरेशन ( एनआएआई ) को एशियाई खेलों में अब तक के सबसे बड़े पदकों को जीतने के लिए बधाई देता हूं। 2002 में निशानेबाजी में हमारे पास दो पदक थे जबकि इस बार हमने 22 पदक प्राप्त किए हैं।

अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘‘ हमने पेरिस चक्र में निशानेबाजी में कुल 38 करोड़ रुपये व्यय किए। वुशु के लिए भी एशियाड से पहले 1.8 करोड़ रुपये का एक शिविर लगाया गया था। अब जब खेलों के शुरु होने में 7 दिन बाकी हैं, मैं अभी भी आपको आश्वासन देता हूं कि हमारे पास अब तक की सबसे अधिक संख्या में पदक होंगे।

एथलीटों ने भी हांगझोउ खेलों में सफलता हासिल करने में मदद करने के लिए सरकार और उनकी सहायक टीमों के प्रति आभार व्यक्त किया।

वुशु रजत पदक विजेता रोशिबिना ने कहा, ‘‘ हमें इस पोजिशन तक पहुंचाने के लिए हम कोच, एसएआई, महासंघ के आभारी हैं। मैंने एसएआई एनसीओई इंफाल में प्रशिक्षण लिया है और वर्षों तक मेरी अच्छी देखभाल की गई है। अब मेरा लक्ष्य अगली बार स्वर्ण पदक हासिल करना है।

50 मीटर 3पी व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता सिफ्त कौर ने कहा, ‘‘ यह मेरा पहला एशियाई खेल था और मुझे नहीं पता था कि मेरा स्कोर एक विश्व रिकॉर्ड बन जाएगा। खेलो भारत स्कीम मेरे लिए सबसे अधिक लाभप्रद रहा है। ‘‘

एशियाड में कांस्य पदक जीतने वाले नाविक विष्णु टोक्यो सरवनन ने कहा , ‘‘ यह हम सभी के लिए एक महान एशियाई खेल रहा है। मैं प्रशिक्षकों, अधिकारियों और विशेष रूप से हमारे परिवार का आभारी हूं जिन्होंने हमेशा हमारी सहायता की है। मैं और दूसरे नाविक नौकायन को भारत के मानचित्र पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं पुणे के एसएआई एआरएन को भी सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद देता हूं। आइये, अब पेरिस में अच्छा करने के मुख्य लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें। ‘‘

सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में युवा मामले और खेल मंत्रालय, भारतीय खेल प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साथ एथलीटों के परिवारजन और मित्र भी सम्मिलित हुए।

Comments are closed.