PBK NEWS | नई दिल्ली: भले ही दुनिया के सभी बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट को बेस्ट क्रिकट मानते हैं. सभी बल्लेबाजों का कहना यहीं होता है कि टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाज का संपूर्ण टेस्ट हो जाता है. लेकिन फिर भी टेस्ट क्रिकेट को देखने उतने दर्शक नहीं पहुंच पाते, जितने वनडे या टी-20 मैच को देखने पहुंचते हैं. एक दो देशों के अलावा जहां भी टेस्ट क्रिकेट होता है वहां स्टेडियम की अधिकतर सीट खाली रहती है. मौजूदा समय में इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, भारत और साउथ अफ्रीका जैसे देशों को छोड़ दिया जाए तो कहीं भी इतने दर्शक टेस्ट मैच को देखने नहीं आते. वहीं बात करें वनडे और टी-20 मैचों की तो इस दौरान स्टेडियम खचाखच भरा होता है, दर्शक खूब इंज्वॉय करते है. जानकारों का यह भी मानते हैं कि टेस्ट क्रिकेट में पांच दिन का समय लगता है और इतना समय किसी के पास नहीं होता है कि वो पांचों दिन स्टेडियम में मैच देखने पहुंचे. उनका यह भी कहना है कि टेस्ट क्रिकेट को दर्शक ऊबाउ सोचते हैं और बल्लेबाजी भी काफी धीमी होती है और मैच का नतीजा भी नहीं निकलता, इसलिए दर्शक मैच देखने नहीं जाते.
लेकिन दर्शकों को टेस्ट क्रिकेट ने इस साल काफी मजेदार पल दिए हैं. इस साल खेले गए टेस्ट मैचों में ज्यादातर मैचों के नतीजे निकले हैं,जिससे दर्शकों ने खूब इंज्वॉय किया. साल 2017 ने तो जैसे टेस्ट क्रिकेट को बदल कर रख दिया. इस साल अब तक करीब 37 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिनमें से 33 मैचों के नतीजे निकले हैं. पहले अधिकतर टेस्ट मैच ड्रॉ हो जाते थे. जिसकी वजह से दर्शकों की रूची टेस्ट मैचों में कम हो रही थी. लेकिन फिर से टेस्ट क्रिकेट को लेकर दर्शकों में काफी क्रेज बढ़ा है. यह कहना गलत नहीं होगा कि टेस्ट मैचों के नतीजे इसी तरह आते रहे तो ज्यादा दर्शक मैच देखने स्टेडियम में पहुंचेंगे.
बात करें वर्ष 2014 से लेकर 2017 के बीच तो अब तक करीब 168 टेस्ट मैच खेल गए हैं, जिनमें 140 टेस्ट मैचों के नतीजे निकल कर सामने आए हैं. इन आंकड़ों को देखकर तो यहीं लगता है जैसे टेस्ट क्रिकेट बदलाव की दौर में है, इसलिए दर्शकों में क्रेज बढ़ना जायज भी है. टेस्ट क्रिकेट को लेकर आईसीसी ने भी इन दिनों कई कदम उठाए है. टेस्ट मैचों को रोमांचक बनाने के लिए आईसीसी ने डे-नाइट टेस्ट मैचों का आयोजन भी शुरू कर दिया है. आईसीसी अब टेस्ट लीग भी लेकर आने वाली है, जिससे निश्चित तौर पर दर्शकों का क्रेज इसके लिए बढ़ जाएगा.
टेस्ट क्रिकेट में निकल रहे नतीजों को लेकर जानकारों का कहना है कि टी-20 मैचों के प्रभाव की वजह से ऐसा हो रहा है. हर क्रिकेटिंग नेशन में अब टी-20 लीग खेला जाता है, जिससे बल्लेबाज अब खुलकर खेलने लगे हैं. इसी कारण से टेस्ट मैचों में तेजी आई है.
News Source: khabar.ndtv.com
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