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मॉरीशस में आयोजित विश्व हिंदी सम्मेलन में पहुंची भारत की लेखिका ज्योत्सना कलकल

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बादशाहपुर, 16 अगस्त (अजय) : मॉरीशस के विश्व हिंदी सचिवालय में आयोजित विश्व हिंदी सम्मेलन में गुरुग्राम भारत से पहुँची जानी मानी लेखिका तथा प्रवक्ता ज्योत्सना कलकल के तीसरे काव्य संग्रह खुश रहना तुम का विमोचन मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपण द्वारा किया गया। इसके अलावा ज्योत्सना कलकल ने काव्य पाठ तथा हिंदी साहित्य के वैश्विक आयाम विषय पर शोध पत्र भी प्रस्तुत किया। दूसरे दिन के पहले सत्र की विशेष अतिथि निखिता ओबिगाड़ू ने स्वयं इनके शोध पत्र की काफी सराहना की तथा उसमें वर्णित कुछ लेखकों और उनके कार्य विशेष तौर से गिरिराज किशोर के उपन्यास  पहला गिरमिटिया के बारे में और जानकारी के लिए अनुरोध करते हुए कहा कि वह उन्हे अवश्य पढ़ना चाहेंगी।

इनकी प्रेरणा से भरी कविता एक पत्र विद्यार्थी उच्चाकांक्षी के नाम को सभी ने खूब पसंद किया। मॉरीशस शिक्षा तथा साईंस एवं टेक्नोलॉजी मंत्रालय के स्थाई सचिव युधिष्ठिर मनबोध ने लेखिका को रासायनिक विज्ञान की प्रवक्ता होने के बावज़ूद हिंदी के प्रचार प्रसार में योगदान के लिए बधाई दी और विज्ञान को कविता से जोड़कर वैश्विक स्तर पर लेखन हेतु प्रोत्साहित किया। विज्ञान विषय को रोचक ढंग से प्रस्तुत करने को लेकर ज्योत्सना कलकल की पुस्तक साईंस इन रिदम प्रकाशन प्रक्रिया में है। वह समय समय पर विज्ञान मनोविज्ञान और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पार प्रस्तुतियाँ देती रहती हैं। लेखिका रसायन विज्ञान अंग्रेज़ी तथा मनोविज्ञान में  परा स्नातक हैं। हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए इन्हे विश्व हिंदी सचिवालय द्वारा सम्मानित भी किया गया। साथ ही इनकी कलात्मकता, रचनात्मकता और हिंदी प्रेम के लिए आई पी फाऊंडेशन ने सम्मान पत्र प्रदान किया। दो दिवसीय इस सम्मेलन में भारत के अलावा कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया तथा अन्य कई देशों से साहित्यप्रेमी पधारे और अपनी प्रस्तुतियाँ दीं। सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य इंदु प्रकाश ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम का शुभारंभ कला एवं संस्कृति मंत्री अविनाश तिलक द्वारा किया गया।

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