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चीन-अमेरिका ट्रेड वार के बीच अपना स्थान बनाने में जुटा भारत

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नई दिल्ली । अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध ने दुनिया में हलचल मचा दी है। दो महाशक्तियों के बीच शुरू हुए व्यापार युद्ध के बीच भारत चीनी बाजार में अपनी पैठ बनाने में जुट गया है। भारत ने ऐसे उत्पादों की सूची तैयार कर ली है, जिन्हें निर्यात करके वह चीनी बाजार में अपना स्थान बना सकता है।

दरअसल, चीन और अमरीका के बीच शुरू हुए व्यापार युद्ध की वजह से अमेरिका का सामान एक्सपोर्ट करना महंगा हो गया है। भारत ने कुल 40 उत्पादों की लिस्ट बनाई है। इसमें ताजा अंगूर, कॉटन, तंबाकू, स्टील ब्वायलर आदि शामिल हैं। इन्हें चीन को निर्यात करके भारत चीनी बाजार में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहा है। अगर भारत का एक्सपोर्ट बढ़ा तो इससे चीन के साथ होने वाले व्यापार में हो रहे 63 बिलियन डॉलर के घाटे को कुछ कम किया जा सकता है।
भारत चीन की मांगों को पूरा करने के लिए कुछ हद तक तैयार हो भी चुका है। लगभग 20 उत्पाद, जिसमें सांड का फ्रोजन मांस, बादाम, अंगूर आद शामिल हैं, उन्हें भारत तुरंत एक्सपोर्ट करने की स्थिति में है। भारतीय उत्पादों ने चीन के बाजार में प्रभावी उपस्थिति नहीं दर्ज की है। एक अध्ययन में सामने आया है कि करीब 80 ऐसे उत्पाद हैं, जिन्हें चीन को एक्सपोर्ट किया जा सकता है।

मौजूदा स्थिति को देखते हुए सभी विभागों से नीति तैयार करने को कहा गया है, ताकि उत्पादन में तेजी लाई जा सके। चीन स्थित भारतीय दूतावास को भी एक्टिव कर दिया गया है। नेशेनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के इंस्टीच्यूट ऑफ साऊथ एशियन स्टडीज के फेलो अमितेंदु पालिट का मानना है

कि ट्रेड वार की वजह से नई सप्लाई चेन बनेगी। उन्हें यह भी लगता है कि भारत भी कुछ ‘उत्पादन कड़ियों’ का हिस्सा बन सकता है। हालांकि उन्होंने साफ कहा कि इससे भारत को फायदा होगा या नहीं यह कहना थोड़ा जल्दबाजी होगा।

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